Sunday 14 August 2016

मुँह पर एक बात होती है दिल में एक और



 


















मुँह पर एक बात होती है दिल में एक और 

दुनिया में इस तरह चला है झूठ का दौर !



वो  लोग बड़े-बड़े जो ऊँची वेदियों पर खड़े 

भगवान की तरह जिन्हें पूजे जाने के हौसले 

जुल्म के राही थे वे, छीने गरीब के कौर !



दूसरों के नुक्स देखते हैं छुपाके अपने दाग 

अपनी तारीफ ही करते हैं गाकर स्तुति -राग 

कोई भी भाँप सकता है सच्चाई करके गौर !


कहीं से भी लूट लिया, कहीं से भी लिया खींच 

औरों को चोर बताकर की चोरी आँखें मीच 

देख दुनिया की रीत दीप देख यहाँ का तौर !



Xavier Bage

Mon,   15 August 2016.

 image: pixabay





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