Monday 23 May 2016

माँ की तरह लोरी सुनाती है बारिश ,

























माँ की तरह लोरी सुनाती है बारिश ,

बड़ी मीठी नींद सुलाती है बारिश !


एक जादू-सा  है बूँदों के ताल में  ,

सपनों की दुनिया बुलाती है बारिश !


जीवनदायी होता है उसका स्पर्श ,

बुझी हरियाली को जगाती है बारिश !


आसमानी बरक़त है हर जान के  लिए,

खुशियों के गाँव बसाती है  बारिश  !


बारिश से रखो प्यार जैसे वो करती ,

वो सब करो जो बचाती है  बारिश ! 



Xavier Bage
Mon, May 23, 2016

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